राष्ट्रकविका कृतिहरू

राष्ट्रकविका कृतिहरू

बुवाआमा

गौरीशंकर उपाध्याय घिमिरे, द्रौपदीदेवी घिमिरे
कृतिहरू
- नवमञ्जरी (१९९४), कविता संग्रह
- घामपानी (२०१०), बालकविता संग्रह
- नयाँ नेपाल (२०१३), गीतिकाव्य
- गौरी (२०१५), शोककाव्य
- राजेश्वरी (२०१७), खण्डकाव्य
- पापिनी आमा (२०१७), खण्डकाव्य
- राष्ट्रनिर्माता (२०२३), खण्डकाव्य
- बाललहरी (२०२६), बालकविता संग्रह
- धर्तीमाता (२०३०), खण्डकाव्य
- आफ्नो बाँसुरी आफ्नै गीत (२०३०), निबन्ध र प्रबन्ध
- किन्नर किन्नरी (२०३३), गीत संग्रह
- शकुन्तला (२०३७), गीतिनाटक
- मालती मंगले (२०३९), गीतिनाटक
- विषकन्या (२०५०), गीतिनाटक
- सुनपंखी चरी (२०५३), बालगीत संग्रह
- अश्वत्थामा (२०५३), गीतिनाटक
- हिमालपारि हिमालवारि (२०५४), गीतिनाटक
- देउकी (२०५५), गीतिनाटक
- बोराको परदा (२०५७), खण्डकाव्य
- मनचिन्ते मुरली (२०५७), बालकथा संग्रह
- इन्द्रकुमारी (२०५७), खण्डकाव्य
- गौंथली र गजधम्मे (२०५७), खण्डकाव्य
- चारु चर्चा (२०५८), निबन्ध र प्रबन्ध
- चैत-वैशाख (२०६०), कविता संग्रह
- बालकुमारी (२०६१), बालगीति नाटक
- बिजुले र बिजुला (२०६३), बालकविता संग्रह
सम्पादन
- माछाकाँडे सिउर (२०१३), लोककाव्य
- पच्चीस वर्षका खण्डकाव्य (२०३९)
अनुवाद
- उषाचरित्र (१९९८), चम्पूकाव्य
- नागानन्द (२००२), गीतिनाटक
- दुर्गासप्तशती (२०५८), काव्य
उपाधि
- राष्ट्रकवि (२०६०)
- मानार्थ विद्यावारिधि (२०७३), त्रिवि
- मानार्थ सहायक रथी (२०७४)


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Unity

working together is no longer optional-it is a matter of compulsion

Annapurna Media Network has announced the Unity for Sustainability campaign which comes into force from January 1, 2022. The main aim of this campaign is to 'lead the climate change dialogue' working closely with all the stakeholders on sustainable development mode, particulary focusing on climate-change issues.